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CG : कांस्टेबल गिरफ्तार – शासन की तिजोरी में ही आरक्षक ने सेंध लगाकर पार कर दिये 17 लाख 60 हजार,बैंक के फर्जी सील और साइन से कर दिये….

सूरजपुर 31 मई 2024। सूरजपुर पुलिस ने विश्रामपुर थाना में पदस्थ एक कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी कांस्टेबल ने मोटर व्हीकल एक्ट के तहत वसूले गये जुर्माने की राशि को शासन के खाते में जमा कराने के बजाये बैंक की फर्जी सील-सिक्का लगाकर खुद ही गबन कर गया। करीब 17 लाख 60 हजार रूपये गबन के मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपी आरक्षक के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

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शासन के खाते में सेंधमारी का ये पूरा मामला सूरजपुर जिला के जयनगर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि आरक्षक दीपक सिंह की पूर्व में जयनगर थाने में पोस्टिंग थी। थाने में पदस्थापना के दौरान मोटर व्हीकल एक्ट के तहत वसूले गये जुर्माने की राशि शासन के खाते में जमा कराने की जवाबदारी दीपक सिंह को दी गयी थी। लेकिन इस मोटी रकम पर कांस्टेबल की नियत बिगड़ गयी और उसने बैंक की फर्जी सील तैयार कर ली।

इसके बाद लगातार तीन सालों तक आरक्षक दीपक सिंह ने मोटर व्हीकल एक्ट की कार्रवाई में वसूले गये जुर्माने की राशि को शासन के खाते में जमा करने के बजाये फर्जी सील-साइन कर जाली चालान की काॅपी विभाग में जमा कर दिया करता था। करीब तीन साल बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। विभाग की इंटरनल आडिट में इस बात का खुलासा होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने जांच का आदेश दिया। जांच में कोषालय में जमा राशि और पुलिस की कार्रवाई में काटे गये जुर्माने की राशि में काफी अंतर पाया गया। एडिशनल एसपी ने बताया कि इस पूरे मामले की बारीकी से जांच किया गया, तो पता चला कि थाना जयनगर और थाना विश्रामपुर में फर्जी चालान के जरिये पैसों को जमा करने की बात सामने आयी।

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जांच आगे बढ़ी तो कांस्टेबल दीपक सिंह द्वारा पैसा जमा किये जाने के चालान की काॅपी का परीक्षण कराया गया। जांच में सारे चालान में सील और साइन फर्जी निकले। जिसके बाद पुलिस के सामने इस फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया। पुलिस अधिकारियों की माने तो पिछले तीन साल में आरोपी आरक्षक ने 17 लाख 60 हजार रूपये का गबन कर फर्जी चालान की काॅपी विभाग में जमा किया गया था। इस खुलासे के बाद एसपी के निर्देश पर तत्काल आरोपी आरक्षक के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया। मौजूदा वक्त में विश्रामपुर थाने में पदस्थ आरक्षक दीपक सिंह के खिलाफ अपराध दर्ज होने के तुुरंत बाद ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

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